Tuesday, September 30, 2014

सांबारमें पनीर

अम्माsssss! अईसा अमको चोडके जेल में मत जाओ अम्माsssss! तुम जेल जायगा तो अम किदर जायगा? मंदिरमें भगवान नै तो भक्त मंदिर में क्या सिर्फ घंटा बजाएगा क्या अम्मा!! तुम जाता तो वो पनीर आता. अम इतना दिन रसमलाई काया, अब ये फटा हुआ दूध काना पडेगा अम्मा! अमको सांबारमें बैंगन अच्चा लगता अम्मा, ये पनीरको सांबार में देका तो मेरे दिमाग का मेदूवडा हो गया अम्माssss! द्राविड कल्चरमें ये पनीर कैसे आऊर किदर से आया? अम पूरा कोशिश किया, साऊथ इंडियन रेसिपी सिर्फ तामीलमें रखा, सांबारमेंसे नॉर्थ इंडिया को बाहर रखा, यहां तक की पूरा गांवमें सब बोर्ड तमिलमें किया. होटलमें मेनूकार्डभी तमिल रक्खा. टूरिस्ट लोग कन्फ्यूज हुआ तोबी पर्वा नै किया. मेरे होटल का मेनू पूरा तमिलमें इसका मेरेको बहोत गर्व म्हैसुस हुआ, मैने नीचे मेरे वाइफ़ का नाम डाला था - प्रोप्रायटर यम्म. लथा. मै गवरमेंट एमप्लॉई, मेरे नाम से कैसे रकेगा. एकबार येक भय्या टूरिस्ट आया. वो पंजाबसे था. पगडीवाला. दाढीवाला. उसने कबी डोसा इडली देका नै था. मैने उसको मेनूकार्ड दिया. मनमें हस रहा था, साले, पढ तमिल अब. ओ गधा क्या किया मालूम? पढनेकी कोशिशभी नै किया. सालेने "प्रोप्रायटर यम्म. लथा" पर उंगली रखकर बोला,"ये दे दो एक प्लेट. सांबार अच्चा उसपेही डालके लाव. और सुनो, ठंडा है तो गरम करके लाव."  मई उसको बोलनेवाला था,"साले, ये क्या तुमको टेस्टी आयटम लगा क्या? इतना बाकी अच्चा आयटम छोडके येही मिला तुमको?" लेकिन मै भौत इज्जतसे उसको बोला,"साब, ये अपना बिवी का नाम ऐ. आजतक मुझेबी हजम नही हुआ तो आपको कैसा होगा. आप अमारा फेमस इडलीसांबार ले लो." बाद में उससे बात करते पता चला, ये भय्या, सरदारजी है. अम्माकी सौगंध, जिंदगीमें पहलीबार दाढीवाले भय्येको इडली सांबार खाते देखा. सांबारमेंसे मुरुंगाक्काई निकालके ऐसा चूस रहा था जैसा मुर्गी की तंगडी. मैने इडलीपे सांबार डालके उपर चेरीके माफिक कददू रखा था, उसको निकाल के बाहर टेबलपे फेक दिया. मेरा माथा सनक गया. इत्तना इन्सल्ट अम कैसे बर्दाश्त करेगा? मई बोला,"सार, चेन्नईमे धिस इज कन्सिडर्ड अॅज फाऊल. सांबार में कददू ए कानून ऐ. ओ अम नै डालेगा तो अमारा फाऊल, तुम नै खायेगा तो अम दोनो का फाऊल. अम दो साल पैले दिल्ली गया. तब हमे मालूम पडा भय्ये अलग अलग टाईपके होते है. वो बात अलग, मै ये बोल रहा था, चांदनी चौकमें किसीने मुझे बताया मिनीमम तीन पराठा काना पडेगा, कानून ऐ. मै जिंदगीमें जितना आटा नै काया उतना वो एक दिनमें काया. उपरसे लस्सीबी जबरदस्ती पिलाया. मै कुतुबमिनार देकने जानेवाला था, वो क्यान्सल करके डायरेक्ट होटलपे जाके बेडपे लेट गया. तबीच मैने कसम काया, मद्रासमें अम्माको बोलके ऐसाच कानून सांबार का बनानेका. तबी सांबार-कददू कानून बना. अपने थलैविने बनाया." मै ऐसा उसको बोल रहा था. सरदार बोला,"कददू वददू छोडो, इसमे बकायदा पनीर डाल दो, ऐसा मस्त लगेगा."ओ सुनके मैने उसको बिल लाके दे दिया. सांबार में पनीर? ऐसा सोचनाबी फाऊल लगता ऐ. सांबार में कददू  जैसी तामिळनाडू में अम्मा. उसके बिना अम सोचबी नै सकता.

और आज ए मै क्या सुन रहा हूँ. अम्मा जेल में? मेरे लाईफमें इतना एम्प्टीनेस कब्बी फील नै किया. वैसे एकबार किया था, वोही दिल्लीके टूरपे. ऐसेही घूम रहा था कही, किसीने गुंडेने आके चाकू दिखाकर मेरेको पूरा एम्प्टी किया था. जब चक्कू गर्दनपे लगता है तो जेब तो एम्प्टी होता हैही, पेटबी इनव्हॉलंटरी एम्प्टी होता ऐ. लेकिन अम्मा जेलमें? ए मै कबी बर्दाश्त नै कर सकता. जबसे न्यूज मिला ऐ, रो रो के बुरा हाल हुआ ऐ. होटलबी नै खोला आज. ए होटल का उद्घाटनबी अम्माके हाथसे हुआ था. मैने तीन फूट बाय तीन फूट वायर का स्पेशल चेअर बनवाके लिया था सिर्फ अम्माके लिए. उसपर बैठकर अम्माने मुझे "तंबी, भौत अच्छा इडली था" ऐसा आशीर्वाद दिया था. आजबी वो कुर्सी अमारे होटलमें ऐ. उसके उपर मैने मंदिर बनाया ऐ. सुब्बे पैले नहाधोके मै पैले उस कुर्सीकी पूजा करके अम्माका आशीश लेता और उसके बादही होटल खोलता हूँ.  मै सोचही नै सकता अम्मा आपका जेलमें कैसा चल रहा है. कोई मुझे बताया, आपको पुलाव खानेको मजबूर किया जा रहा है. अम्मा, आप की सौगंध खाके कहता हूँ, दुनिया की कोई शक्ती आपको पुलाव नही खिला सकती. लेकिन अम्मा, इस भक्तको इतना तो बोलो, आपको काने के थालीमेंबी पुलाव, पनीर ऐसा कूच बी अच्चा नै लगता, तब सीएम के खोलीमें ए पनीर कैसे आया? मै ओथ सेरेमनी देख नही पा रहा था. मुझे लगा अचानक बरसात शुरू हो गई, लेकिन पता चला की मै रो रहा हूँ. पैले मेरेको लगा अंदर किचनमें बिवीने सूखे मिरचीका तडका लगाया उससे ऐसा हो रहा है. लेकिन मैहीच नै, टीव्हीपे सब मिनिस्टर रो रहे थे. अम्माSSSS, कैसे आउर किसके लिये जियेंगे हम? पेहले सीना तानकर बताते थे, अमारी नेता कौन, अमारी पुरात्ची थलैवि! उनका सारी सीलेक्शन, सँडल कलेक्शन, असेम्ब्ली इलेक्शन सबकूच क्रांतीकारी था. नै अम्माSSSS नै अमको पनीरबुर्जी अच्चा नै लगता!

अब हमको ये जीवनसे नफरत हो गई है. अम आउर अमारा बिवी दो दिनसे रो रहा है. दो दिन पैले छे इडली आउर सिर्फ दो दोसा (पेपर नै, सादा) खाया था, उसके बादमें कॉफी तक नै पिया. मेरा वजन दो किलो कम हुआ ऐ. पेट के नीचे लुंगी का गाठ पैले दिकता नै था, अब दिकने लगा ऐ. कल पूरी रात होटल में आपके मंदिरमें आपके कुर्सीके सामने बैठके निकाला. सोचा मेरी तपश्चर्यासे आपका वनवास खतम हो जाये और मुझे दिव्यग्यान प्राप्त हो जाय. सुबहको देका तो आप अभीभी जेल में है. ये देखके मै और डिप्रेस हो गया. लेकिन कमसे कम रात को चूहे होटलमें अंदर कैसे आते है उसका दिव्यग्यान हो गया. आप के कुर्सीके पीछे कोई नै जाता, उदरहीच ये चूहे लोगने आर्रामसे बिल बना डाला है. जब आपने उन्हे बनाने दिया ऐ तो अम कैसा हाथ लगायेगा. अम उनको आपका आशीर्वाद समझके बिलके सामने खाना आउर दक्षिणा रख दिया ऐ. अब लाईफमें कूच करने का जी नै करता. कही मन नै लाग रहा ऐ. बदनमें ताकत है ऐसा लगता नै है. डॉक्टरको दिखाया, तो उसने विजयकांथ के फाईट सीन्स प्रीस्क्राईब किया. बोला दो सीनमें फुर्ती आयेगी. लेकिन अम्माSSSS माफ करना मुझेSSSS. जब मैने सीन देखना चालू किया तब विजयकांथ जजकेही ड्रेसमें दिखने लगा. आउर वो जिसे मार रहा था, वो आप थी अम्माSSS. अब मुझे इस दुनिया में नै रहना. कलियुग है ये! जहा मेरे देवता का सम्मान नै उस जगतमें मैं नै रहूंगा! मै आ रहा हूँ अम्मा! आप के पास जेल में! आपके चरणोमें.

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